दिल्ली-एनसीआर में सिर्फ 12 प्रकार के ईंधन के इस्तेमाल की इजाजत होगी। इसमें पेट्रोल-डीजल से लेकर बिजली, सीएनजी और लकड़ी का कोयला तक शामिल है। केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन ने इन सभी ईंधनों और उनके अलग-अलग क्षेत्र में इस्तेमाल के निर्देश जारी किए हैं। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र को दुनिया के सबसे अधिक प्रदूषित क्षेत्रों में शामिल किया जाता है। इसका बड़ा कारण यहां बड़े पैमाने पर स्थित उद्योग, वाहनों की बड़ी संख्या और बड़े पैमाने पर होने वाले निर्माण कार्य हैं। इन सभी क्षेत्रों में इस्तेमाल होने वाले ईंधन प्रदूषण का एक बड़ा कारण हैं।