जजों के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा निर्णय लिया है। इस बाबत सुप्रीम कोर्ट ने महासचिव से जवाब भी मांगा है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने महासचिव से मौजूदा और सेवानिवृत्त न्यायाधीशों के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामलों में जांच तंत्र से संबंधित एक मामले में हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है।सुप्रीम कोर्ट में न्यायमूर्ति संजय किशन कौल, न्यायमूर्ति ए एस ओका और न्यायमूर्ति विक्रम नाथ की पीठ ने इस मामले में सुनवाई की। पीठ ने महासचिव को इस मुद्दे पर चार सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने का आदेश दिया है। पीठ ने इस मामले की सुनवाई के लिए अब 15 नवंबर की तारीख तय की है।