सूरत | अपने अस्तित्व के लिए संघर्षरत कांग्रेस के लिए गुजरात में चुनौतियां लगातार बढ़ती जा रही हैं| चुनाव से पहले कांग्रसे के कई दिग्गज नेता और विधायक भाजपा में शामिल हो चुके हैं| अब दक्षिण गुजरात की सूरत लोकसभा सीट से उम्मीदवार निलेश कुंभाणी का नामांकन रद्द होना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है| निलेश कुंभाणी का फोन बंद होने से उनके भाजपा जॉइन करने की चर्चा तेज हो गई है| बीते दिन नामांकन रद्द होने के बाद कांग्रेस नेता असलम साइकिलवाला ने आरोप लगाया था कि निलेश कुंभाणी ने भाजपा पैसे लेकर उम्मीदवारी का सौदा किया है| चर्चा है कि उम्मीदवार के चयन से लेकर नामांकन रद्द होने तक बड़ा खेल खेला गया, जिसमें प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व की लापरवाही बरती गई| निलेश कुंभाणी का नामांकन रद्द होने के बाद 73 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब कांग्रेस सूरत से चुनाव नहीं लड़ पाएगी| कांग्रेस के पूर्व और भाजपा के मौजूदा नेताओं के साथ निलेश कुंभाणी के मधुर संबंध होने की चर्चा है| सूरत से लेक प्रदेश स्तर तक चर्चा है कि निलेश कुंभाणी के साथ खेल हो गया या फिर निलेश कुंभाणी ने कांग्रेस के साथ खेल खेला| निलेश कुंभाणी का पर्चा रद्द होने के बाद एक चर्चा यह भी है कि सूरत लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार निर्विरोध जीत सकते हैं| दूसरी ओर निलेश कुंभाणी का मोबाइल लगातार बंद आ रहा है| चर्चा है कि निलेश कुंभाणी ने भाजपा जॉइन कर सकते हैं| हांलाकि इस चर्चा को कोई ठोस समर्थन नहीं मिला है| लेकिन निलेश कुंभाणी का फोन बंद आने से अनेक तर्क वितर्क शुरू हो गए हैं|